आज फिर उसकी याद आयी _________________ फिर वही रात , सर्सराती पत्तिया और उसकी याद घर के किसी कोने में आज फिर वो उदास बैठा है हालांकि सारे दरवाजे, खिड़कियां तो बंद करली है उसने , लेकिन कुछ आवाजें अब भी आ रही है मालूम होता है किसी की यादों का एक गुंबार उसकी और बढ़ रहा है उसके साथ बिताए हुए पल , उसकी बातें गुज़ रही है सर झुकाए , उसकी यादों में कहीं खो कर उसकी आकृति बार बार मन में बनाए जा रहा है चांद की रोशनी में इससे ज्यादा किसी ने उसे नहीं देखा शायद गुनगुना रहा था उसके साथ गाए हुए गीत को.. अंधेरे की आड़ में घर के किसी कोने में आज फिर वो उदास बैठा है । #nojoto#nojotolove