यादों का समंदर भरा पड़ा है,दर्द का किनारा सख्त बड़ा है. हवाओं का असर भी बेकार है,ज़ख्मों पे नमकीन लहरों का असर बड़ा है. ना पूछ वजूद मेरा,ख़्वाबों का शहर है बस कुछ पल नींद पे खड़ा है। #Bada_Kalakaar 🌹😊 yun hii 😊🌹 indira Puja Kumari✍️ Amisha Motghare pglu