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भूख लगने पर सिर्फ़ माँ को आवाज़ देनी होती थी, "आज क्

भूख लगने पर सिर्फ़ माँ को आवाज़ देनी होती थी,
"आज क्या बनाया है खाने में"? माँ...

अब तो सिर्फ़ माँ के हाथ के खाने के सपने ही देखा करती हूं। वो भी क्या दिन थे जब...
भूख लगने पर सिर्फ़ माँ को आवाज़ देनी होती थी,
"आज क्या बनाया है खाने में"? माँ...

अब तो सिर्फ़ माँ के हाथ के खाने के सपने ही देखा करती हूं। वो भी क्या दिन थे जब...