तू याद है, तू ख्वाब है,
तू जीने की बची हुई थोड़ी सी आस है l
जिसे काँटों पर भी चलकर पा लू , तू ऐसी चाह है,
पकड़ हाथ जिसका अंधेरा में भी चल लू,
तू ऐसी रास्ते का पहचान है l
तू दूर है पर दिल के सबसे पास है,
मेरे आंसू और मुस्कान दोनो ही क्यों ढूंढते पहले तुझे, #Poetry#distancelove