एक लेखक बनने के लिए सबसे अपरिहार्य योग्यता है की आप पहले स्वयं पढ़ें , या फिर प्रतीक्षा करें और अनुभव से सीखें और कई वर्षों की साधना संघर्ष के बाद जब आपको लगे कि अब कुछ सीख पायें हैं तभी कलम उठायें लिखने के लिए . लेखन कोई पेशा नहीं है एक जिम्मेदारी है.
साहित्य समाज को दिशा देता है . आप जो लिखते हैं वो आगे चलके इतिहास का हिस्सा बन जाता है. अगर आप अपरिपक्व और घटिया साहित्य पढेंगे और लिखेंगे तो आने वाली पीढ़ियों को गहरे अंधकार में धकेल देंगे. अतः अगर व्यवसाय करना है तो इंजीनियर डॉक्टर बैंक मैनेजर बनिए . साहित्य को और समाज को और अधिक बाजारू न बनाइए . #Books