तुम उजली किरण सी,,,, मैं लहद का अँधेरा सा,,,, तुम अहल-ए-फज़्र की ठण्डी हवा सी,,, मैं मुल्क में फैला प्रदूषण सा,,,, तुम KFC के चिकन सी,,, मैं गरीब की चटनी सा,,,, तुम मेरी बेमतलब सी #प्रीत सी,,, और मैं तेरी मोहब्बत की #जीत सा,,,।। हलीमा✍ #Gareebon #Ki #Mohbbat,,, #Ameer #vs #Gareeb