मे अकसर अपनी मौत को महबुब कह देता हु। किसी से दिल लगाने को जहर का घूँट कह देता हु। कब कौन सी गोली सीना छल्ली कर जाएगी। हर बार घर आने का माँ से झुठ कह देता हूँ। ......कृष्णा शर्मा these line belongs to soldiers.. with big hearts... #vandematram... #sapnepoetry