तू इन फरेबीयों की बातों में मत आ, उन करीबियों की यादों में मत आ, ऐ अश्क बरसातें घने बादल तू ग़म भूलती चाँदनी रातों में मत आ। -Aadi... तू इन फरेबीयों की बातों में मत आ, उन करीबियों की यादों में मत आ, ऐ अश्क बरसातें घने बादल तू ग़म भूलती चाँदनी रातों में मत आ।