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बारिश। जभी कभी बारिश आती है कुछ रंग ऐसे लाती है के

बारिश।
जभी कभी बारिश आती है कुछ रंग ऐसे लाती है के जैसे कोई बरसो बाद अपने घर आया हो। 
जैसे ही बरसात की बूंदे जमीन को छूती है तो उसके गिरने  से एक मधुर आवाज सुनाई देती हैं। पता नई क्या होता है उस वक़्त हमें लेकिन जैसे बारिश की बूंदों को देखते ही मोर का मन नाचने का होता है वैसे ही हमारे दिल में एक अलग से खुशी होती है। ऐसा लगने लगता है के सारे बंधन तोड़ के बस हम भी उसी तरह नाचने झूमने लगे। 

जब पक्षियों की चेहकने की आवाज सुनाई देती है हम अपना ध्यान उसी मै लगाकर कहीं दूसरी दुनिया मै खो जाते है। बारिश एक ऐसी ऋतु है जहां हम फिर्से सबकुछ भूलकर अपने बचपन में चले जाते है। 

हमारा मन फिर्से छोटा बनकर दिल खोलकर खेलना चाहता है। ऐसा लगता है जैसे मानो हम कहीं दूसरी दुनिया मै चले गए हो । वो मिट्टी की भीनी खुशबू जो हमें हमारे मिट्टी के और करीब ले जाती है। वो सब जगह हरियाली आना और चारो तरफ  से गुजरते पवन की आवाजे मानो लगता है के कुदरत एक मीठा मधुर संगीत सुना रही है और हम बस सुनते ही रहे कभी खत्म ना हो। 
अंत में मै सिर्फ यही बोलना चाहता हूं के हमें ऊपरवाले की दी हुई इस खूबसूरत दुनिया को हमेशा इसी तरह रखनी चाहिए नहीं तो आज हम जिस बारिश मै अपने बचपन को याद करके झूमते है कहीं ऐसा ना हो जाए के भविष्य में हम इसी खूबसूरती के लिए तरसते रहे। बारिश

#peace
बारिश।
जभी कभी बारिश आती है कुछ रंग ऐसे लाती है के जैसे कोई बरसो बाद अपने घर आया हो। 
जैसे ही बरसात की बूंदे जमीन को छूती है तो उसके गिरने  से एक मधुर आवाज सुनाई देती हैं। पता नई क्या होता है उस वक़्त हमें लेकिन जैसे बारिश की बूंदों को देखते ही मोर का मन नाचने का होता है वैसे ही हमारे दिल में एक अलग से खुशी होती है। ऐसा लगने लगता है के सारे बंधन तोड़ के बस हम भी उसी तरह नाचने झूमने लगे। 

जब पक्षियों की चेहकने की आवाज सुनाई देती है हम अपना ध्यान उसी मै लगाकर कहीं दूसरी दुनिया मै खो जाते है। बारिश एक ऐसी ऋतु है जहां हम फिर्से सबकुछ भूलकर अपने बचपन में चले जाते है। 

हमारा मन फिर्से छोटा बनकर दिल खोलकर खेलना चाहता है। ऐसा लगता है जैसे मानो हम कहीं दूसरी दुनिया मै चले गए हो । वो मिट्टी की भीनी खुशबू जो हमें हमारे मिट्टी के और करीब ले जाती है। वो सब जगह हरियाली आना और चारो तरफ  से गुजरते पवन की आवाजे मानो लगता है के कुदरत एक मीठा मधुर संगीत सुना रही है और हम बस सुनते ही रहे कभी खत्म ना हो। 
अंत में मै सिर्फ यही बोलना चाहता हूं के हमें ऊपरवाले की दी हुई इस खूबसूरत दुनिया को हमेशा इसी तरह रखनी चाहिए नहीं तो आज हम जिस बारिश मै अपने बचपन को याद करके झूमते है कहीं ऐसा ना हो जाए के भविष्य में हम इसी खूबसूरती के लिए तरसते रहे। बारिश

#peace

बारिश #peace