कैसे हो ऐतबार किसी का,
जब दिल ही नही रहा तलबगार किसी का।
लोगो ने अपना बनाकर छला हैं हमे, हर बार,
क्या रिश्ते, क्या वफायें, जो बातें अपनेपन की करते थे,
उन्होने ही किया हैं, छुपके से पीठ पर वार।
बतओ तुम्ही , तुम भी कभी अपने बनते थे ना, #kuchaisehi#ayushpancholi#hindimerijaan