सबके लिए तो हर बरस सावन आता है मेरे यहाँ बारहों मास छाया रहता है मन के हिंडोले में तुझे बिठा संग तेरे झूलूँ तेरी यादों की फुहार भिगोती रहती हैं रिमझिम रिमझिम अँखियों से भी बरसता तुझे मिलने को जब ये दिल तरसता पर न जाने कब तू चुपके से आकर मेरे आँसुओं को भी जमीं पर गिरने नही देता हवा के झौंकों सी तेरी मधुर यादें उन्हे उड़ाकर ले जाती हैं कहीं दूर और मैं खो जाती हूँ फिर से तेरे सपनों में मिलन के गीत गाते भीगी भीगी सी तेरे प्रेम में बेखबर होकर दुनिया से रंगने लगती हूँ और ऐसा लगता है जैसे तू मुझे समाने लगा है अपने में #nojoto #writersofnojoto #hindi #hindiwriters #hindipoetry #hindilover #kavishala #words #reader #writersofindia