प्रीत ~~~~ बिना प्रीत के रहा न जाए | साँसें सबकी घुट घुट आए || पल पल कुढ़ता है मन प्यारा | बोझ लगे यह जीवन सारा || रिश्तें सब बाधित होते हैं | अपने ही काँटे बोते हैं || राग-द्वेष जब बढ़ता मन में | नर दानव होता है तन में || प्रीत दवा है दुख की प्यारी | घर लाती है चैन सवारी || हाथ पकड़ जब सब चलते हैं | उपवन खुशियों के खिलते हैं || मात-पिता वट है घर उपवन | हैं बच्चे तारे मनभावन || बेल प्रीत की जब बढ़ती है | सबके मुख सरगम सजती है || #glal #chopai #chaupai #hindipoetry #hindikavita #hindipoet #yqbaba #yqdidi