मोहब्बत को बहुत सुना था ,जबसे आंखे चार हुई न मैं खुद का रहा, न ही किसी और का ... *** दोष किस्मत का कहें या फिर कमी खुद की पाक दामन के बदले इल्ज़ाम-ए-बेवफाई मिली *** इल्ज़ाम सह लेते हम भी बड़े शौक से कमबख्त कोई.... दो पल ही सही मोहब्बत का मजाक कर लेता ..! *** वीरानों से इश्क़-ए-जुनूनियत अब ऐसी हुई कि , जो दिल... गुलों का गुलिस्तां था अब वो खंडहर हो गया .! #Broken💔Heart #KRP