भोर का पंछी है किसी तलाश में किसी अपने की चाह में किसी पराए को छोड़ने की फिराक में। भोर का पंछी.... जिंदगी से हारकर भी जीतने की तलाश में, सब कुछ खोकर भी कुछ पाने के ख्वाब में। भोर का पंछी....... वजूद ढूंढने की तलाश में, जो अपने होके भी अपने ना रहे उन्हें खोने की तलाश में अपना हक पाने की तलाश में दूजे का हक देने की तलाश में। भोर का पंछी........ हर इंसान पंछी बनने की चाह में, इंसानियत को खोने के ख़्वाब में, जो एक दूसरे के अस्तित्व के पूरक हैं एक दूसरे से भागने की तलाश में। भोर का पंछी......... प्रतिभा❤✍ ........ #भोर का पंछी