धुंध सा है रास्ता, धुंध सी हैं मंजिले, धुंध सा है यह नशा, धुंध सा मै आवारा, धुंध सा हैं आसमान धुंध सी है यह जमीन, धुंध सा है इश्क मेरा, धुंध सा हैं साथ मेरा, धुंध सी हैं जिंदगी, धुंध सी हैं बन्दगी, धुंध सा मैं बावरा, धुंध सा हैं आसरा, धुंध सी हैं यह खुशी, धुंध सी हैं यह काशी, धुंध सा हूँ मैं रवि, धुंध सा हूँ मैं कवि।। #hindi #dhundh #life #story #ink #writer #poetry #nojoto