ज़िंदगी भी क्या ख़ूब वफ़ा दे गयी जाते-जाते वो जानां मरने की दवा दे गयी उम्र रूखसत से काट ली थी हमने तुझे जीने की वजह बना ली थी हमने ना जाने फिर क्यूँ मुस्कुरा कर कोई सैलाब आ रहा था मंज़िल तो मेरी तू ही था ए खुदा,,..,, न जाने क्यूँ फिर रास्तों में ख्वाहिशों का मकान आ रहा था... #life #over #broken #heart #sad #god @nojoto #share #love #comment Satyaprem Sandhya 💞 Pragati Maurya