मोहब्बत का फ़साना , नफ़रत की आंधी बन चुका है , फ़साना सुन डूब जाओगे , और आंधी तुम्हे रोक लगी बेकाबू होने से , मोहब्बत के समंदर रूपी दलदल से । ©aakanshaa writes #aakanshaa_writes #aakanshaawrites #writer