#Pehlealfaaz आज फिर हवाएं करीब हैं, आज फिर तुम दूर हो यह जो हवा के झोंके कान के पीछे से छु कर चले जाते हैं ऐसा लगता हैं जैसे हौले से तुमने कुछ कहा हो मैं अब भी तुम्हें समझ नहीं पाया मैं पहले भी तुम्हें समझ नहीं पाया था! वो भूली बिसरी यादें #storyteller #words #quotes #sayings #poetry