ज़माना कितना बदल गया है साकी मैं भूख लिए फिरता हूँ और वो डाइटिंग चार्ट लिए, मैं खुली छत लिए फिरता हूँ और वो सी फेसिंग बंग्लो का अरमान लिए, मैं ग़ुरबत और मुफ़लिसी लिए फिरता हूँ और वो नई कारें नये पहनावे का दिखावा लिए, मैं एक बड़ा दिल लिए फिरता हूँ और वो एक ख़ुदग़र्ज़ सोच लिए।। अब्दुल्लाह क़ुरैशी✍️ ग़रीब हूँ साहब, भूख तो साथ ही चलेगी ना! #Nojoto #NojotoFilms #nojotonews #NojotoTrending #arzhai #Shayari #nazm #gareeb #poor Naushad Ahmad 'Nazar' MUSHTAQ TAJ HASHMI