टूट कर बिखरी हु ऐसे, खुद के टुकड़े चुनने के काबिल ना रही मुंतज़िर रही जिंदगी भर जिसके लिए, उसकी जुस्तजू मैं शामिल ना रही शिद्दत #quote #quotes #stories #poem #poetry #shayari