एक वक्त हुआ करता था जब लोग बादलों की गड़गड़ाहट से झूम जाया करते थे,खुशियां मनाया करते थे रिमझिम-२ बरसात पर पंछी भी गाना गुन गुनाया करते थे उस बरसात में कभी हम भी नहाया करते थे बागों में झूले ऐसी बरसात में लगाया करते थे बनाकर बहाना बारिश का उसके घर के चक्कर भी लगाया करते थे याद है वो दिन बरसात के जब माँ कान पकड़ कर मुझे लाया करती थी अपने हाथ से जब वो छीले प्यार से खिलाया करती थी जब रिमझिम-२ बरसात हुआ करती थी ©GNSQ Hussaini #rain #raining #Nojoto #gnsqhussaini #Quote #Poet #nojoto2021 #for #Drops