हूं उसकी नजर में कितना खरा मैं हूं कोई पारस या जर्रा ज़र्रा मैं है गर फूल वो तो क्या धूल हूं मैं या वो आसमां तो जमीं हूं मैं है वह कोई सागर तो गहराई हूं मैं या वह है महफ़िल तो तन्हाई हूं मैं हूं उसका मैं सबकुछ या मेरा ही हूं मैं ना जाने उन नजरों में कितना बसा मैं......? #love #propose #nojotohindi #shayari #nojotopoem #Dil #confusion #CTL #दिल