तारीफ़ों के पुल-बाँधना सीख लो ज़नाब ! क्यूँकि ज़िन्दगी की दौड़ में तारीफ़ के भुक्कड़ बहुत मिलेंगे आपको... #dkpatelpoetry#तारीफ़ो_कॆ_पुल