वो कहतें हैं ना कि मुल्ला की दौड़ सिर्फ मस्जिद तक है। वैसे ही मेरी हर सोंच सिर्फ़ और सिर्फ़ तूझ तक ही है। ए वर्दी! #ए वर्दी