क्या होती है यादें? कभी काँटों भरी सेज, कभी खिलता गुलिस्ताँ है यादें, कभी सहरा की प्यास, कभी मीठे पानी का दरिया है यादें, कभी उजला दिन, कभी अमावस की रात है यादें, कभी मौत से बदतर, कभी जीने का जरिया है यादें, कभी उदास आँखें, कभी खिलखिलाता चेहरा है यादें, कभी पानी का बुलबुला, कभी समुंदर गहरा है यादें, कभी अपने आप से झड़प, कभी दिल की तड़प है यादें, कभी जन्नत सा घर, कभी खंडहर है यादें, कभी ताजी हवा का झोंका, कभी उड़ती धूल का बवंडर है यादें कभी अधूरे लम्हों का पिंजर, कभी पूरी जिंदगी का मंज़र है यादें, जिंदगी एक चक्रव्यूह और अभिमन्यु सी धुरंधर है यादें, अभिमन्यु सी धुरंधर है यादें......! #December#yaadein#kharibaatein#nojoto#nojotohindi#nojotoshayari#poetry#SircasticSaurabh