भारी शब्दो का मुझे ज्ञान नहीं, सरल शब्दो से मेरा नाता है... अपने जज़्बातों को लिख कर, कह सकु, मुझे बस, वही शब्द समझ मे आता है..... कोई मेरी लेखनी को समझें नादानी, कोई समझे, अभी है बच्ची... सच मे, इस बात का मुझे फर्क नहीं पड़ता मै तो बस हु, एक कवि सच्ची.. # myself