Nojoto: Largest Storytelling Platform

न जाने, कितनी कविताएँ, तुम्हारे भवों की, वक्रीय

न जाने,

कितनी कविताएँ,

तुम्हारे भवों की,

वक्रीय रेखाओं से,

गति कर के,

नोज रिंग के,

आवर्त में,

घूम कर ही,

भटक चुकी हैं। #MeandYou #कविता #प्रेम #आँख
न जाने,

कितनी कविताएँ,

तुम्हारे भवों की,

वक्रीय रेखाओं से,

गति कर के,

नोज रिंग के,

आवर्त में,

घूम कर ही,

भटक चुकी हैं। #MeandYou #कविता #प्रेम #आँख
calmkrishna4687

CalmKrishna

Bronze Star
Growing Creator