सुबह हो या #सांझ सूर्य की #लालिमा कुछ कहती है...
सुबह की लालिमा जहाँ तेज #प्रकाश के साथ नई उर्जा देती है,
वही सांझ हमे आराम की #अनुभूति दिलाती है,
सुबह #उमंग भर देती है वहीं सांझ सुकून दे जाती है,
सुबह की लालिमा जब #किरण में बदल जाती है,
उस किरण का चेहरे में #स्पर्श मात्र से तरोताजा हो जाता हूँ,
वही सांझ #उम्मीद दे जाती है,
कल फिर सुबह होगा फिर से नई किरण आएगी, #कविता#असमंजस#किमत#संजोता