फिजाओ मे घोल दो रंग अपने प्यार का,, घड़ी अब खत्म होने को है इंतजार का.. कुछ हो ऐसा कि मै तेरा ही होकर रह जाऊ,, तू दे कोई सिला मुझे मेरे ऐतबार का.. ☆☆☆☆A.K. Amit☆☆☆☆ फिजाओ मे घोल दो रंग अपने प्यार का,, घड़ी अब खत्म होने को है इंतजार का.. कुछ हो ऐसा कि मै तेरा ही होकर रह जाऊ,, तू दे कोई सिला मुझे मेरे ऐतबार का.. ☆☆☆☆A.K. Amit☆☆☆☆