होठो पे हलकी सी मुस्कान वो झुकी आँखे में ढूंढ़ता हु की कोई छिपा तो नहीं वरना मेरी नयी उमंग मेरा बदला ढंग फिर नयी राह चुनकर बर्बाद करलेगा खुदको। शुभम् #talk #चाहत