जब भी होगी सच्चे प्यार की बात महफिल में, मैं आँखों से तेरी मोहब्बत की बरसात करूंगी।। (पूरी कविता अनुर्शिषक में पढें) लिखुंगी हर पहर तेरे बारे में, तुझको यूं सरेआम बेनकाब करूंगी। जब भी होगी सच्चे प्यार की बात महफिल में, मैं आँखों से तेरी मोहब्बत की बरसात करूंगी।। बता दुंगी जहाँ को, मैं सिलसिला तेरे इश्क का, कुछ इस तरह,मैं तुझको बदनाम करूंगी। जब भी होगी सच्चे प्यार की बात महफिल में,