अग़र काँधे पे सर रख के सो पाएँ, तो ये हैं दिल का खेल प्रिये, वरना तो सब अशलील प्रिये। अग़र काँधे पे सर रख के सो पाएँ, तो ये हैं दिल का खेल प्रिये, वरना तो सब अशलील प्रिये।