कुछ ज़्यादा नहीं एक बूंद बचा लो, तोहफा नहीं जीवन तुम देदो।। जो आयेंगे अगली पीढी़ बनकर, खुश होंगे वो तुमको याद कर।। जो नहीं सुनोगे खुद भुगतोगे, प्यासे मरोगे और मारोगे।। ये बात नहीं सच्चाई सुनलो,, प्यास,बीमारी, महामारी नहीं तुम जल चुनलो।। कुछ ज्यादा नहीं एक बूंद बचा लो, ये तोहफा नहीं जीवन दे दो जीवन चुनलो।। ☺रिमझिम कश्यप 🙏🙏🙏 #World_Water_Day #poem#rimjhimkashyap कवि सुरेश 'अनजान'