थोड़ा सुनते हैं, थोड़ा सुनाकर आते हैं , वो पड़ोस वाले भईया! जो बचपन में क्रिकेट की बॉल नहीं लौटाते थे, चलो आज उनके घर की खिड़की का शीशा फिर तोड़कर आते हैं | –ईशा #childhoodmemories#Letsliveinsteadofcountingdays