अब बदल नहीं सकता मैं, मैं ढाला जा चुका हूं... बहुत गिरा हूँ मैं, बहुत संभाला जा चुका हूं.... ढूंढ़ना छोड़ दोे अब हमें, ठिकाना बदल गया मेरा.... बेघर हो गया हूँ मैं, मैं उसके दिल से निकाला जा चुका हूँ... .....GARग