मेरी बेपनाह मोहब्बत को आज भी इकरार है तुझसे ओर तेरी नफरत कह रही हैं तुझे प्यार हैं मुझसे ---- तुझे किस बात का गुरुर हैं जो जाता नहीं तेरे बिना एक भी लम्हा मैंने काटा नहीं तुझे हैं बेचैनी तो मेरा इकरार है तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे ----- तूने मेरे प्यार को कभी समझा नहीं है मेरे प्यार पर हावी तेरी गलतफहमिया रही हैं ----- तेरे लिये मैं कुछ भी नहीं पर मेरा पूरा जहां हैं तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे ----- कोशिश की थी मैंने कि सुलझा सकूं कि रिश्तो में पड़ी उन गाठो ----- पर भुला न सकीं कि अपने गालों पर पड़े उन चाटो को तू भूल गया शायद पर मेरा दिल भी कही बेजार है तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे ----- बीत गए कितने साल यही सोचकर कि तू कभी वापिस आयेगा ओर तुझे हुई उन गलतफहमियों की माफी मांग मुझे मनाएगा पर तुझे आज भी हैं गलतफहमिया ----- ओर मेरा हर विश्वास हैं तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे मेरी बेपनाह मोहब्बत को आज भी इकरार है तुझसे ओर तेरी नफरत कह रही हैं तुझे प्यार हैं मुझसे ----- तुझे किस बात का गुरुर हैं जो जाता नहीं