डुबता रहूँगा तेरे कोमल लब्बों में, डूबता रहूँगा तेरी मासुम आँखो में और चेहरे कि मासुमियत में , . हर बार डूबता रहूँगा तेरी सादगी में और तेरी खिलखिलाती आवारगी में। डूबता रहूँगा हर शामों- सुबह तरी बाहों कि पनाहों मे, और ईस से ज्यादा क्या कहूँ, तुम शायरी हो, तुम गजल हो। तुम पहली मुलाकात कि पहल हो। सुबह को खिलने वाली मुस्कुराहट कि चहल हो। और कितना , और कितना , हाँ तुम पहली सोच और आखरी पन्ने में उतरने वाली, पहली डायरी और ईश्क को लिखती "कलम" मुक्कम्मल हो। डूबता रहूगा तेरे ईश्क मे,.........❤❤❤.........❤❤....❤ #nojotohindi#nojotopoetry's#nojotolove#nojotolike#nojotofollow...