आशना हूं ना शिकायत की आबरू रखी जाएगी मोहब्बत की हथेली पर जिल्लत रखी जाएगी ।। फिर उसकी अना आएगी एक बार उभर कर फिर मेरी हस्ती तेरी बेरुखी से नवाजी जाएगी ।। ( आशना - जानकारी होना, आबरू - इज़्ज़त, जिल्लत - बेइज्जती, अना - ego ) #Nojotohindi #Nojotonews