तेरी आंखे ... क्या?? शराब सी है क्यों?? इन्हें देख भुल जाता हूँ क्या?? सब कुछ ,स्वयम को भ तु इतना शान्त क्यों है ?? अरे याद नहीं कुछ क्या?? कुछ भी ! तेरी आंखें... क्या ?? पुरी मधुशाला है क्यों?? मुझे नशे में कर रही तु इतना मुस्कुरा क्यों रहा है?? अरे, तु है वजह क्या?? कुछ नहीं! तेरी आंखें... क्या?? बहुत नशीली है क्यों?? असर कर रही है तु इतना झाँक क्यों रहा है इनमें ?? अरे खोज रहा हूँ क्या ?? खुद को ! तेरी आंखें... #तेरी आंखें #