येह मुहब्बत का आशियाना है मेरा इसे नफरत की निगाहो से मत देखो खाक धुल हो तुम्हारी नज़रो मे इन नज़रो को ज़रा संभाल कर रखो मुहब्बत मुहब्बत मुहब्बत बस मुहब्बत इस मे लिखना है। नफरत की कोई जगह ही नहीं है लोग जहा पर रहते है उस जगह को वो घर कहते है हम जिस घर मे रहते है उसे प्यार का मंदिल कहते है ©NIKHAT دل سے درد کا رشتہ #Nikhat #nojototeam ꧁: (Zᴀíғ) :꧂ Karan Mittal Bewafa(Ub.Raj)