लिखना है कुछ भीगा सा यादो का सिलसिला मेरा छुटा हुआ वो काफिला पहली पहली यारी धीरे धीरे चढती रिश्तो की खूमारी वो तंग गली के किस्से मेरे छुटे हुए हिस्से हर बात जज्बातो से कहती थी मेरी सखी थी जो मुझमें रहती थी अपने हर पन्ने से मेरा भारीपन दूर करती मेरी पुरानी डायरी मेरी हमसफर थी #NojotoQuote