हम आसमान पे जाकर जमीन ढूंढते रहे मिले जो तुम तो वक्त हमारे बदल गए ये चांदनी यह चांद-सितारे बदल गए जब से आ गई बहार गुलिस्ता में रोनक आई चमन के नजारे बदल गए भटक रही थी कश्ती तुम किनारे बन गए जब फर्क समझा तो जिंदगी के सहारे बदल गए....... 😺☄️🌠🐼🐬.....