Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाहे कितनी भी नाराज़गी क्यों न हो, वो मेरी इज़्जत

चाहे कितनी भी नाराज़गी क्यों न हो, 
वो मेरी इज़्जत बरकरार रखता हैं।
वो अपने लफ्ज़ों में नहीं, 
अपने लहज़े में प्यार रखता हैं।।
-सुप्रिया #supriyaarya #gulzar #poetry #poem
चाहे कितनी भी नाराज़गी क्यों न हो, 
वो मेरी इज़्जत बरकरार रखता हैं।
वो अपने लफ्ज़ों में नहीं, 
अपने लहज़े में प्यार रखता हैं।।
-सुप्रिया #supriyaarya #gulzar #poetry #poem