कदम छोटे है सिर्फ इसलिए नहीं मैं चलने से डरता हूँ, खतरा आने पर आँखों को आंसुओं से भरता हूँ, साथ होने पर भी अपना काम खुद ही करता हूँ, बिन सोचे मंजिल की, मुश्किलों से गुजरता हूँ, बस अपनों की परवाह करता हूँ, उन्हें खोने से डरता हूँ, श्याद इसलिए ही मैं हर काम सोच सोच के करता हूँ । । ©Gitesh Grover #sixth #Nojota #Shayari #kadam #Quotes #Apne #गीतekनज़राना #footprints