किसी किताब में अटकी पेन्सिल रोये । छील के ख़त्म करे कोई फ़साना उसका ।। ©️✍️ सतिन्दर किसी किताब में अटकी पेन्सिल रोये । छील के ख़त्म करे कोई फ़साना उसका ।। ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #रेख़्ता #गज़ल #Gazhal #poetry #shyari