राह जिसकी देखता हूँ वर्षों से,मेरा वो मुकम्मल ख्वाब आएगा। फना हो जाउंगा वतन के वास्ते, लहू मेरा भी इंक़लाब लाएगा। #NojotoQuote इंक़लाब #hindiwriters #hindikavita #poetry #aazaad