"मेरे अंदर मेरा छोटा सा शहर रहता है " निलेश मिश्रा जी ने शत प्रतिशत सही कहा है। हम कहीं भी चले जाएं, कहीं जाकर रहना शुरू कर दें , कोई भी भाषा सीख लें, कैसा भी रूप बना लें, हमारे अंदर हमारी वो बचपन की यादें हमेशा ताजा रहती हैं, कहीं ना कहीं हमारे शहर की रौनक हमारे व्यवहार में झलकती है, बात करने के सलीके से लेकर , खान पान की पसंद तक सब जगह हमारे शहर का ,अपनी जगह का रूप झलकता है। भावार्थ यही है कि हम अपनी माँ और माटी को कभी छोड़ नहीं सकते , अगर हम दूर भी हो जाएँ तो भी नहीं, वो अन्तर्मन में हमेशा मौजूद रहती है। Anshula Thakur 💕 #mera_shehar #nojototalk #anshulathakur #truequotes #feelings #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #remembrance