हर इक शख्स के दिल में वफा नहीं होती, दर्द बयां करने की कोई जुबां नहीं होती ! पढ़ सको तो इन आंखों में पढ़ लो मेरी तन्हाई को, क्योंकि मोहब्बत के जख्मों की कोई दवा नहीं होती ! जिनकी जिंदगी में बसा हो दहकती हुई रातों का कहर, उनकी जिंदगी में खुशियों की सुबह नहीं होती ! मत कर अफसोस 'अनुराग' वो तेरी थी ही नही, ग़र होती तो तुझसे जुदा नहीं होती ! ✍अनुराग विश्वकर्मा #NojotoQuote #nojotoshaayri