ज़िंदगी की शाम और भी हसीन हो जाती है जब शाम की चाय के साथ उससे बात हो जाती है ना हो अगर बात उससे तो जान निकलती जाती है क्या जादू कर दिया है ना जाने उसने क्यों रह रह कर बस उसकी ही याद आती है .