यूँ शाम उतरती है दिल में जैसे तू हो रूबरू में हर शाम चाय के साथ और तेरी यादों के साथ ये वक़्त न जाने कहा ठहेर जाता है सोचा था मैने की तुझे अब याद ना करू की ना याद करने की बात में भी तू याद आ जाती है हर बार। शाम की ये ठंडी हवाएं मदहोश मुझे हर बार कर जाए ना जाने क्या बात है तुझ सा खाश अब कोई राज़ नहीं है ये शाम भी कुछ कुछ तेरे जैसी है गुजरती तो हर बार मेरे साथ है लेकिन पास ठहरती नहीं है। #miss_you #love #nojoto #wife #beautiful नयनसी परमार